by admin on 2024-12-06 16:26:35
सूरजपुर। महिला बाल विकास मंत्री के गृह जिले के प्रभारी महिला बाल विकास विभाग के प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी रमेश साहू मनमानी में उतर आए है। इनके पदभार संभालने से बाबुओं की बल्ले बल्ले है। नियमों को ताक में रख कर कार्य कर रहे है। आंगन बाड़ी कार्यकर्ता के परिजन के नाम से एक समूह बनाकर गर्म भोजन का ठेका दिए हुए है। किंतु आंगनबाड़ी केंद्रों जो गर्म भोजन कम बन रहा है तो वहीं कागजों में बेहतर दिखाया जा रहा है। इसी कड़ी में भैयाथान के एक जागरूक नागरिक ने दो माह पूर्व महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को लिखित शिकायत देकर भैयाथान में पदस्थ महिला बाल विकास विभाग के खंड अधिकारी सीडीपीओ ईमरान अख्तर के द्वारा भैयाथान विकास खंड के आंगन बाड़ी केन्द्रों में शासन की महत्वकाक्षि योजना गर्म पोषक आहार योजना के लिए राशन की सप्लाई समूह को बगैर सूचना के मन माफिक तरीके से हटाकर आंगन बाड़ी कार्यकर्ता के परिजन के नाम से समूह बनाकर गर्म भोजन हेतु राशन के लिए सामग्री सप्लाई का जिम्मेदारी दिया गया था। इनके लिए क्रय नियम का पालन नहीं किया गया है। परियोजना ममें अफसर के करीबी रहे दुर्गा सिंह के द्वारा एक समूह को गरम भोजन राशन सामग्री की कार्य दिलाने के नाम से सीपीडीपीओ व डीपीओ के नाम पर लाखों रुपए रिश्वत लेने का आरोप शिकायत कर्ता ने लगाया था। परियोजना अधिकारी इमरान अख्तर ने विभाग में कार्य कर रहे आंगन बाड़ी कार्यकर्ता उर्मिला सिंह जो कि ग्राम केवरा में पदस्थ है इनके इनकी पुत्री नाम से स्वं सहायता समूह का निशा स्वं सहायता समूह के नाम से पंजीयन कराकर गरम भोजन के लिए सामग्री का कार्य आबंटित किया गया है।
इस संबंध में हमर उत्थान सेवा समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश साहू ने बताया कि जिला के कार्यक्रम अधिकारी रमेश साहू को बनाया गया है। जो कि प्रभार में है। इनके द्वारा सीडीपीओ इमरान अख्तर का मूल विकास खंड भैयाथान है। डीपीओ रमेश साहू के द्वारा विकास खंड परियोजना अधिकारी इमरान अख्तर को सुनियोजित तरीके से अन्य विकास खंड जैसे रामानुजनगर, प्रेमनगर, प्रतापपुर का अतिरिक्त प्रभार देकर भ्रष्टाचार कराया जा रहा है। श्री साहू ने आगे बताया कि विकास खंड परियोजना अधिकारी विरुद्ध कोई भी शिकायत आने पर प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी रमेश साहू जांच में लिपा पोती कर देते है। जबकि रमेश साहू के द्वारा बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। इनके द्वारा क्रय नियम को ताक में रख कर कार्य किया जा रहा है। इनके कार्यकाल में शासन से प्राप्त समस्त आवंटन का सूक्ष्मता से जांच कराई जाए तो लाखों करोड़ों का घोटाला सामने आ जाएगा।