by Admin on 2025-05-14 06:08:13
Cp sahu
सूरजपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी "जल जीवन मिशन" योजना, जिसका लक्ष्य 2024 तक हर ग्रामीण परिवार को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है, सूरजपुर जिले में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष अविनाश यादव ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचईडी), सूरजपुर को ज्ञापन सौंपकर बांगो डेम (रामेश्वरनगर) मल्टीविलेज प्रोजेक्ट में व्यापक अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने विशेष रूप से परियोजना से जुड़े इंजीनियरों और उपखंड अधिकारी (एसडीओ) की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की।
यादव ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व विधायक प्रेमनगर खेलसाय सिंह और पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश राजवाड़े के प्रयासों से तीन वर्ष पूर्व इस परियोजना को स्वीकृति मिली थी। लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से शुरू इस परियोजना का उद्देश्य प्रेमनगर विधानसभा सहित 140 ग्राम पंचायतों में बांगो डेम से "हर घर जल" आपूर्ति सुनिश्चित करना था। इसमें पाइपलाइन बिछाने, जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) और पानी टंकियों का निर्माण शामिल था।
उन्होंने आरोप लगाया कि विभागीय लापरवाही, भ्रष्ट रवैये और ठेकेदारों से साठगांठ के कारण परियोजना अधूरी है। युवा कांग्रेस के क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने शिकायत की कि एक निजी कंपनी द्वारा पाइपलाइन, जल शोधन संयंत्र और पानी टंकियों का निर्माण गुणवत्ताहीन सामग्री से और शासकीय मापदंडों की अनदेखी के साथ किया जा रहा है। यादव ने कहा कि इंजीनियरों और एसडीओ की संदिग्ध भूमिका के कारण यह अनियमितताएं हो रही हैं, क्योंकि वे ठेकेदारों की गलतियों को नजरअंदाज कर रहे हैं।
यादव ने यह भी उजागर किया कि परियोजना की लागत, कार्य की समय-सीमा और अनुबंध विवरण जैसी महत्वपूर्ण जानकारी कार्यस्थलों पर सूचना पटल में प्रदर्शित नहीं की गई, जो पारदर्शिता की कमी और भ्रष्टाचार का संकेत है। उन्होंने "जल जीवन मिशन" को "जेब भरो मिशन" में तब्दील होने का आरोप लगाया।
यादव ने चेतावनी दी कि यदि विभाग ने इंजीनियरों और एसडीओ सहित दोषियों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की और परियोजना को गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने के लिए कदम नहीं उठाए, तो युवा कांग्रेस बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी। उन्होंने निष्पक्ष जांच और ग्रामीणों को तय समय में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की।