by Admin on 2025-07-21 12:41:29
सूरजपुर, 21 जुलाई 2025 : छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर करते हुए, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। सूरजपुर तहसील कार्यालय में तैनात बाबू जुगेश्वर राजवाड़े को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। यह घटना न केवल राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर भी सवाल खड़े करती है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत केशवराम निवासी धनेश्वर राम पेकरा ने अपने पुत्र और पुत्री के नाम पर स्वेच्छा से हस्तांतरित की गई जमीन को, पुत्र के निधन के बाद पुनः अपने नाम पर नामांतरण कराने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था। इस प्रक्रिया के दौरान, तहसील कार्यालय में कार्यरत बाबू जुगेश्वर राजवाड़े ने नामांतरण के लिए धनेश्वर से एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। आर्थिक रूप से कमजोर धनेश्वर ने इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थता जताई, जिसके बाद जुगेश्वर ने राशि को घटाकर 25 हजार रुपये कर दिया।
रिश्वत की इस मांग से परेशान धनेश्वर ने 17 जुलाई को अंबिकापुर एसीबी इकाई में इसकी शिकायत दर्ज की। शिकायत के आधार पर, एसीबी ने सुनियोजित तरीके से कार्रवाई की और जुगेश्वर राजवाड़े को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। वर्तमान में एसीबी की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है, ताकि इस मामले की गहराई और अन्य संभावित संलिप्तताओं का पता लगाया जा सके। एसीबी की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की जा रही है। हालांकि, यह भी जरूरी है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए राजस्व विभाग में व्यवस्थागत सुधार किए जाएं। शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई किए जाएं।