by Admin on 2025-09-20 17:19:23
चंद्र प्रकाश साहू
सूरजपुर/रामानुजनगर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में नशीली दवाओं का अवैध कारोबार अब खुलेआम फल-फूल रहा है, जो न केवल युवाओं की सेहत बर्बाद कर रहा है, बल्कि परिवारों को भी चूर-चूर कर रहा। स्वास्थ्य के लिए घातक स्पाइसामो टैबलेट, कोरेक्स सिरप और विभिन्न नशीले इंजेक्शन की बिक्री पुलिस की कथित आड़ में दिनदहाड़े हो रही है। रामानुजनगर थाना से महज 500-1000 मीटर दूर ग्राम सुमेरपुर, डग़मला, नारायणपुर सहित अन्य ग्राम पंचायतों में नशीली दवाई की बिक्री खुले आम किया जा रहा है। जिसकी भेंट अंचल के युवा चढ़ रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि यह कारोबार थाना प्रभारी राजेंद्र साहू के आने के बाद और तेज हो गया है। सूत्रों के हवाले से पता चला कि तस्करों के पुलिस कर्मियों से संबंध मधुर है। तस्कर पुलिस को सहयोग करते है। जिसके चलते कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इससे पुलिस अधीक्षक की छवि धूमिल हो रही है, क्योंकि जिले में नशीले पदार्थों के खिलाफ छापेमारी के दावे के बावजूद यहां का हाल बेकाबू है। एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "हमारे थाना प्रभारी के आने से पहले तो कुछ डर था, अब तो सरे बाजार बिक्री हो रही। एसपी साहब की मेहनत पर पानी फिर रहा।"
सूरजपुर इलाकों के युवा इन दवाओं के लिए दूर-दूर से आते हैं। तस्कर कम दाम वाली दवाओं को कई गुना महंगे बेचते हैं। प्रभावित परिवारों ने www.lokvichar.news को आपबीती सुनाई—एक पिता बोले, "बेटा नशे की लत में फंस गया। रोज 300 - 400 रुपये की दवा के लिए घर लूटता है। चावल-धान बेचकर जेवर तक गिरवी रख आता।" एक अन्य परिवार ने खुलासा किया कि बेटे ने बहू के जेवर बेचकर नशा किया। शिकायतें जनप्रतिनिधियों तक पहुंचीं, लेकिन कोई असर नहीं। पुलिस अधीक्षक के सख्ती पर बीच बीच में छोटी मोटी कार्रवाई कर इतिश्री कर लिया जाता है।
कई सामाजिक कार्यकर्ताओं व स्थानीय नेताओं ने बताया कि रामानुजनगर में तेजी से एड्स संक्रमण की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जो चिंता का विषय है। इस ओर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री से लेकर प्रदेश के डीजीपी से शिकायत करने की बात कही गई है।